नाबी के बारे में

राष्ट्रीय कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (नाबी) 18 फ़रवरी 2010 को भारत में स्थापित पहला कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान है। संस्थान का उद्देश्य भारत में कृषि-खाद्य क्षेत्र के परिवर्तन को उत्प्रेरित करना है। संस्थान का दृष्टिकोण ‘ज्ञान पैदा करने’ और ‘अनुवादकारी विज्ञान’ के लिए एक नोडल संगठन होने है जो कृषि-खाद्य प्रौद्योगिकी नवाचारों के आधार पर मूल्यवर्धित उत्पादों के लिए अग्रणी हो। नाबी का मुख्य शोध उद्देश्य कृषि जैव प्रौद्योगिकी, खाद्य और पोषण जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जैव प्रौद्योगिकी उपकरणों का दोहन करना है ताकि गुणवत्ता वाले भोजन और पोषण के लिए समाधान प्रदान किया जा सके।

विभिन्न क्षेत्रों के तहत नाबी में की गई गतिविधियां इस प्रकार शामिल हैं

  1. कृषि जैव प्रौद्योगिकी
  2. खाद्य और पोषण जैव प्रौद्योगिकी
  3. मानव संसाधन विकास
  4. बैठक तथा पाठ्यक्रम, और
  5. प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और आगे बढ़ना।

संस्थान ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और उद्योगों के साथ मजबूत संबंध विकसित किए हैं। यह संस्थान अपने पड़ोसी संस्थानों के साथ-साथ मोहाली (पंजाब) के "नॉलेज सिटी" में कृषि-खाद्य समूह का भी हिस्सा है।